रविवार, 15 अप्रैल 2007

पूजा हनूमान जी की

बहुत सी ओरतों के मन में यह भ्रामक धरना है कि बाल ब्रह्मचारी हनुमान जी की मूर्ति छूने से औरतों को पाप का भागी बनना पड़ता है । यह एक आधारहीन अविज्ञ्यानिक विचार है जिसका धर्म से कोई सरोकार नहीं । कोई भी औरत हनूमान जी कि पूजा कर अपनी मोनोकामना कि पूर्ती प्राप्त कर सकती है । विधी -
hanuman जी कीसुन्दर सी मूर्ति लें लाल चंदन ,पीला सिंशुर और देसी घी मिल कर दाहिने[राईट ]हाथ की अनामीका[ring फिन्गेर] से अपने ईस्ट हनूमान जी कि मुर्ती पर ललाट से पूंछं तक जय जय हनूमान जी गाते हुए तिलक करें .इस के बाद हनूमान चालीसा का भक्ती भव से पाठ करें .१६ मंगलवार यह प्रयोग्कारने से मनोकामनाएं पूरी होंगी .